Health : क्या आप दवा लेने के बावजूद ब्लड प्रेशर के अधिक रहने से पीड़ित है ? जाने क्यों

Ranchi : इटकी रोड स्थित जसलोक अस्पताल के डा जितेंद्र सिन्हा का मानना है कि दवा लेने के बाबजूद कई लोग अधिक बीपी से पीड़ित होते हैं। उन्हें समझ नहीं आता कि दवा खाने के बाबजूद ब्लड प्रेशर अधिक क्यों है। लम्बे समय तक ब्लड प्रेशर को यूंही छोड़ देने पर छाती और बांह में दर्द,अधिक पसीना और हांफने जैसी समस्या से मरीज को रू-बरू होना पड़ता है।

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ब्लड प्रेशर की दवा लेने के बावजूद यदि ब्लड प्रेशर नार्मल न हो रहा हो तो इसके पीछे अधिक चर्बी(कोलेस्ट्रोल) और किडनी की बहुत बड़ी भूमिका होती है। किडनी की बिमारी में यूरिया और क्रियेटनिन बढ़ जाते है जो बीपी को तेजी से बढ़ाने लगता है। अनियंत्रित डायबिटीज़ या अधिक शुगर ब्लड प्रेशर के बढ़ने का तीसरा प्रमुख कारण है। हर्ट की कोई बिमारी चौथा कारण है जिसके कारण अधिक बीपी रहता है।

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चिकित्सक बारी बारी से हर सम्भावित कारणों की जांच पड़ताल करते हैं। खून से एक समान्य सी जांच से चर्बी या कोलेस्ट्रोल को माप लिया जाता है। यूरिया, क्रियेटनिन और जीएफआर द्धारा किडनी की गड़बड़ी को समझा जाता है।। कहीं शुगर अधिक तो नहीं है।इसके लिए एचबीएवनसी से जांच किया जाता है। यह बीते ३ माह के बढ़े हुए शुगर को आसानी से माप लेता है और अन्त मे इको कार्डियोग्राफी से हृदय की जांच की जाती है। यह सबसे विश्वसनीय और किफायती जांच होता हैं। इन बिमारियों को ठीक करते ही ब्लड प्रेशर स्वयंम १२०/८० पर आ जाता है।

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